ऑडियोबुक्स उन लोगों के लिए वरदान ही है जो किसी कारण पढ़ नहीं सकते हैं। कइयों को नजर की समस्या हो सकती है, कइयों के पास बैठने का समय नहीं होता, कई किताबों को हमेशा अपने साथ ढोकर नहीं रख सकते, कइयों का ज्यादातर समय बस, गाड़ी, ट्रेन में ही बीतता है, और कइयों का पुस्तक पढ़ने का मन ही नहीं करता। आजकल गूगल के टेक्स्ट टू स्पीच ए आई ने ऑडियो बुक्स के क्षेत्र में क्रांति तैयार कर दी है। जहां एक ऑडियो बुक्स को बनाने में महीनों और सालों लग जाते थे, बहुत खर्चा आता था, संसाधन उपलब्ध नहीं होते थे और अगर होते भी थे तो बहुत कष्ट साध्य होते थे, वहीं गूगल के ऑटो नेरेशन सर्विस से सैंकड़ों पुस्तकें एकसाथ दो घंटे के अंदर ऑडियो बुक्स बन जाती हैं।
क्योंकि आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति के लिए कथा के रूप में श्रवण सबसे अच्छा समझा जाता था, इससे जाहिर होता है कि ऑडियोबुक्स के रूप में यह ज्यादा रोचक लग सकता है और यह अच्छे से मन में बैठ सकता है। हालाँकि, मुख्य रूप से इयरफ़ोन के साथ जिम्मेदारी से सुनना न भूलें क्योंकि बहुत देर तक सुनने से अस्थायी या स्थायी सुनवाई हानि हो सकती है। WHO के अनुसार, प्रतिदिन अधिकतम एक घंटे तक इयरफ़ोन के साथ सुनने की सलाह दी जाती है। 60 डेसीबल से अधिक ध्वनि हानिकारक हो सकती है।
निशुल्क ऑडियो बुक्स का एक वेब पेज इस वेबसाइट पर है, जिसका लिंक नीचे दे रहा हूं, ताकि इच्छुक लोग अनायास ही और मनोरंजन के साथ देश दुनिया का चित्र विचित्र ज्ञान अर्जित कर सकें। एंड्रॉयड फोन पर प्ले स्टोर से गूगल प्ले बुक ऐप इंस्टाल करके इन्हें सुना जा सकता है।